किसके फॉलोवर हो..?
पिछले दिनों में गलती से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में पहुँच गया, क्योंकि मैं जन्म से कांग्रेसी हूँ और कांग्रेसी ही मरूंगा, यह मेरा प्रण है, भगवान मेरी मदद करेंजिस पार्टी के आप है, उसी पार्टी के अनुरूप आपके विचार धारा होगी, यह सभी लोग सोचते हैं, और समझते हैं, मैं भी आम आदमी हूं, ऐसा ही सोचता हूंपर कांग्रेस कार्यालय जाने पर मुझे कुछ पुराने पीसीसी अध्यक्ष रहे हैं, उनकी फोटो के अलावा कांग्रेस का कुछ भी नजर नहीं आया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अंदर-बाहर सचिन पायलट जी के होल्डिंग व् बैनर लगे हुए थे। इससे यह साफ हो जाता है, कि यह कार्यालय कांग्रेस का नहीं, सचिन जी का है। ऐसा मेरे साथ ही नहीं सभी के साथ होता है। इससे पहले सीपी जोशी जी थे, तब सचिन का नामोनिशान नहीं था। उस समय उन्ही के बैनर और हो र्डंग हुआ करते थे मेरा कहने का मतलब यही है, कि जो पार्टी अध्यक्ष है, पार्टी उसी की है और कार्यालय भी उसी का है। इसलिए सावधान!!! आप उसको फॉलो करते हो, तो ही कार्यालय पर पधारें, अन्यथा आप की कोई आवश्यकता नहीं है। मैं कहना चाहता हूं, कि आपके पहले भी पार्टी थी, और आप के बाद भी पार्टी रहेगी, पार्टी आप से नहीं, आप पार्टी से हैंभगवान और पार्टी दोनों के लिए सुधर जाओ और किसके फोल्लोवेर हो पूछना बंद कर दो, नहीं तो समय कभी किसी को माफ नहीं करता।
जय जनरखवाला