अरविंद केजरीवाल और आज का दौर :-
केजरीवाल जो कर रहा हैं, वह एक राजनैतिक व्यक्ति के रूप में कुछ गलत नहीं कर रहे हैं, उन्हे ये बहुत पहले ही एहसास हो गया था कि भाजपा और मोदी से लड़कर "राहुल गाँधी" बनने से बेहतर है , भाजपा की "बी" टीम बन जाओ और मौज करो। विधानसभा चुनाव में जितने के बाद केजरीवाल खुद पहल करके गुलदस्ता लेकर गृहमंत्री से मिलने गए थे और मुस्कुराते हुए फ़ोटो उतरवाई थी, तब बहुत से लोगों अनिष्ट की आशंका हो गई थी, हमने भी सोचा कि राजनीति में ऐसी शिष्टाचार मुलाकात चलती रहती है। शपथ ग्रहण में किसी अन्य प्रांत के मुख्यमंत्री को ना बुलाना और प्रधानमंत्री को विशेष न्यौता देना भी खटक रहा था। दंगों के तीसरे दिन गृहमंत्री की अध्यक्षता में हुई समीक्षा मीटिंग में गृहमंत्री के बिल्कुल बाजू में बैठे मिस्टर केजरीवाल और अमित शाह जिस तरह मुस्कुरा मुस्कुरा के बात कर रहे थे, वह भी लोगों को चुभ रहा था।
यही कारण है कि कभी बात बात पर धरने पर बैठ जाने वाले केजरीवाल अब 75 दिन से देश में चल रहे तमाम धरना प्रदर्शनों से मुँह मोड़ चुके हैं। अब लगभग उन्होंने तय कर लिया है कि वह भाजपा की B ही टीम है।
अन्ना हजारे बहुत बार बोल चुके हैं कि 2013 का उनका "लोकपाल" आंदोलन संघ द्वारा समर्थित था और भाजपा ने उनका इस्तेमाल 2014 के लिए किया है। केजरीवाल की विचारधारा भी वही है, विचारधारा में कोई अंतर नहीं, इसीलिए शाहीनबाग से लेकर दिल्ली हुऐ धारणा-प्रदर्शन में ये आदमी बीच का रास्ता लिए हुए चल रहा है। यह राजनीति दिल्ली में तो चल सकती है पर जब आप पूरे देश की राजनीति करेंगे, तो अपनी विचारधारा के बगैर सफल नहीं हो पाएँगे। यही कारण है कि केजरीवाल देश में दूसरी जगह अंडा पा जाते हैं।
फोर्ब्स की रिपोर्ट में भविष्य के महत्वपूर्ण विश्व के 20 नेताओ में कन्हैया का नाम है। उन्हें सुनने के लिए जगह जगह विशाल जनसमुदाय स्वत् आया। जनता विशेषकर युवाओं में कन्हैया की अपार लोकप्रियता से भाजपा के हाथ पांव फूल रहे हैं, क्योंकि बिहार चुनाव निकट है।
केजरीवाल ने कन्हैया पर देशद्रोह का प्रकरण दर्ज करने की अनुशंसा कर भाजपा को राहत दे दी है। बजरंगबली ने राम के प्रति अपनी निष्ठा दिखाकर पुराने शिकवा शिकायते दूर कर दी है।
यह भी सच है कि इस देश में स्वतंत्रता के बाद आज तक देशद्रोह के किसी मामले में एक भी व्यक्ति दोषी सिद्ध नहीं हो सका है।
कन्हैय्या भी दोषमुक्त सिद्ध होगा यह भी तय है।।जय जनरखवाला।